2019 लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में होने वाले मतदान से पहले प्रियंका गांधी लगातार चुनावी प्रचार कर रही हैं और अलग-अलग संसदीय क्षेत्र में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे अधिक 104 सीटें तो जीतीं, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद 37 सीटें जीतने वाले जेडीएस ने उसके साथ सरकार बनाना कबूल नहीं किया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश ऐसे ही नहीं कर रहे हैं। पहले चरण के मतदान के साथ ही दूसरे फेज की वोटिंग का
हिंसा, ईवीएम में गड़बड़ी एवं उसे तोड़ने, मतदाता सूचियों से नाम गायब होने की खबरों के बीच 18 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेश की 91 लोकसभा सीटों पर गुरुवार
दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन पर सहमति बन गई है. सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों में दिल्ली की सात लोकसभा सीटों
कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की पार्टी प्रभारी प्रियंका गांधी ने ऐलान किया है कि अगर पार्टी कहेगी तो वह चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने साफ
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सुखराम परिवार ने फिर रंग बदल दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम पोते आश्रय शर्मा सहित कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। पूर्व केंद्रीय