हम आपको बता दें कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव के नतीजे आने से पहले ही ईवीएम मशीन को हैक करने के दावे शुरू हो गए थे, कांग्रेस और कई विपक्षी दलों के नेताओं ने दावा किया है कि भाजपा ईवीएम मशीन की हैकिंग से ही गुजरात चुनाव जीत सकती है।
हालाँकि, चुनाव आयोग ने ऐसे दावों को आधारहीन बताया है,वही राज्य के 25% VVPAT की पर्ची गिनती आयोग करने से इंकार कर रहा है। इसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को ये कहकर ख़ारिज कर दिया कि वो चुनाव प्रक्रिया में दखल नही दे सकता है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कई लोगो ने हैरानी जताई है, हार्दिक पटेल ने कोर्ट के फैसले पर कहा कि VVPAT मशीनो को इस लिए प्रयोग किया जा रहा था कि इससे चुनाव के नतीजों में गड़बड़ी ना हो लेकिन जब इन मशीनों से निकली पर्चियों की गिनती नही होगी फिर इन मशीनों का इस्तेमाल करने का ही क्या मतलब है?
वही भारत में उपयोग की जा रही ईवीएम मशीन पर अमेरिकी एक्सपर्ट का कहना है कि भारत की मशीनों में छेड़छाड़ करने की पूरी संभावना है। IBM के कंप्यूटर साइंसटिस्ट बारबरा साइमंस ने नेशनल हेराल्ड से बातचीत में कहा है कि ईवीएम मशीन भी कंप्यूटर होते है और हम जानते है कंप्यूटर को हैक किया जा सकता है इसके लिए इन्टरनेट कनेक्शन की भी ज़रूरत नही होती है जहाँ तक भारत में उपयोग होने वाली EVM है इसको तो हैक किया जा सकता है।
हम आपको बता दें कि वही एक अन्य एक्सपर्ट मार्क हल्वार्शन ने भी भारतीय ईवीएम मशीन को हैकिंग की संभावना से इनकार नही किया है।गौरतलब है कि चुनाव में कई बार ईवीएम मशीन गड़बड़ी की खबरे आई लेकिन चुनाव आयोग अब तक ऐसी खबरों से इंकार करता रहा है।