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मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगाई फटकार, कह दी ऐसी बात जो पिछले 70 सालों में कोई नहीं कह पाया

नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फटकार लगाते हुए माफी मांगने को कहा है। मनमोहन सिंह ने कहा कि वह इस बात से बहुत दुखी और परेशान हैं कि कोई और नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजनीतिक फायदा उठाने के लिए झूठ का सहारा ले रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि बिना विचारे लक्ष्मण रेखा लांघने के लिए पीएम को माफी मांगनी चाहिए। पूर्व पीएम के इस बयान के तुरंत बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कांफ्रेंस कर मनमोहन सिंह पर पलटवार किया। शाह ने यूपीए कार्यकाल में हुए घोटालों और राहुल गांधी की ओर से ऑर्डिनेंस फाड़े जाने का जिक्र करते हुए मनमोहन सिंह से कई सवाल पूछे हैं।

मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी पर राजनीतिक लाभ के लिए झूठ और अफवाह फैलाने का आरोप लगाया

पूर्व प्रधानमंत्री ने बुधवार को एक वीडियो संदेश जारी कर मोदी पर राजनीतिक लाभ के लिए झूठ और अफवाह फैलाने का आरोप लगाया है। कड़े संदेश में पूर्व प्रधानमंत्री ने सोमवार को जारी अपने लिखित बयान को दोहराया है।आम तौर पर मौन रहने वाले मनमोहन का वीडियो प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी का जवाब है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री ने गुजरात चुनाव को प्रभावित करने के लिए पाकिस्तान के साथ सांठगांठ की है। टीवी स्टेशन को जारी संदेश में पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा है, ‘गुजरात चुनाव में आसन्न हार से प्रधानमंत्री हताश हो गए हैं। उनके हर आरोप से इसे समझा जा सकता है।’ दो दिन पहले ही मनमोहन ने प्रधानमंत्री मोदी पर उनके उस बयान के लिए तीखा पलटवार किया था कि गुजरात चुनाव में कांग्रेस नेता ने पाकिस्तान के साथ मिलीभगत की है। मनमोहन ने कहा कि जन सेवकों की राष्ट्रीयता पर सवाल उठाना अनुचित है।

अमित शाह ने पूछे सवाल

मनमोहन के पीएम मोदी पर हमले के बाद बीजेपी चीफ ने पूर्व पीएम से कई सवाल पूछे हैं। अमित शाह ने कहा कि मनमोहन सिंह इन दिनों काफी नाराज हैं लेकिन देश उस समय उनके गुस्से को नहीं देख पाया जब उनकी नजर के सामने भयंकर लूट हो रही थी। जब उनकी (मनमोहन सिंह) नाक तले जबरदस्त करप्शन हुआ, तब भी गुस्सा आना चाहिए था। इस प्रकार की राजनीति की अपेक्षा मनमोहन सिंह से नहीं थी।’अमित शाह ने सवाल किया कि मनमोहन सिंह का गुस्सा तब कहां था, जब राहुल गांधी ने उनके कैबिनेट की ओर से पारित अध्यादेश को फाड़ दिया था, तब प्रधानमंत्री कार्यालय के सम्मान की चिंता कहां थी। मनमोहन सिंह तब क्यों चुप रहे जब देश के प्रधानमंत्री को ‘नीच’ कहा जा रहा था।

जब राहुल ने फाड़ा था ऑर्डिनेंस

अमित शाह ने कहा, ‘उनके (मनमोहन) पीएम रहते लाखों करोड़ के जब घोटाले होते रहे, जब उनका एक ऑर्डिनेंस राहुल गांधी ने ही फाड़ दिया था, तब उन्हें पद की गरिमा क्यों नहीं याद आई।’ अमित शाह ने मनमोहन पर तंज कसते हुए कहा, ‘वह पहले भी गुजरात में प्रचार कर चुके हैं, लेकिन इस तरह गुस्से में वह कभी नहीं दिखे, यह उनका स्वभाव नहीं है। शायद इस बार उनके ऊपर पार्टी का दबाव कुछ ज्यादा था।’ बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘आखिर उन्हें उस वक्त गुस्सा क्यों नहीं आया, जब सोनिया गांधी ने तत्कालनी सीएम नरेंद्र मोदी को मौत का सौदागर कहा। आखिर वह भी तो संवैधानिक पद था। अमित शाह ने कहा कि मनमोहन सिंह को बताना चाहिए कि पहले रणदीप सुरजेवाला और आनंद शर्मा ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त और पूर्व विदेश मंत्री के साथ बैठक की बात पर क्यों पर्दा डाला, इसके बाद जब बैठक की बात स्वीकारी तो कहा कि यह डिनर मीटिंग थी। आखिर मीटिंग को छिपाने की क्या जरूरत थी, यह मनमोहन सिंह को देश को बताना चाहिए।

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