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मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मदद करने से किया मना, फुटपाथ पर बैठकर बच्ची को ले जाने के लिए मांगी भीख

लखीमपुर खीरी: जब एक लाचार बाप को अपनी बेटी का शव ले जाने के लिए फुटपाथ पर भीख मांगनी पड़ी। मामला लखीमपुर खीरी के मितौलीका है। यहाँ के रहने वाले रमेश की 14 वर्षीय पुत्री पिछले दस दिनों से तेज बुखार के चलते बीमार थी, जिसको सी.एच.सी. मितौली में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन अस्पताल पहुचने पर लड़की की मौत हो गई।

पिता के पास शव को लेजाने के लिए पैसे नहीं थे। जब उस ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मदद मांगी तो उन्होंने उसकी कोई मदद नहीं की। मजबूर हो कर उसने लड़की के शव को फुटपाथ पर रख कर भीख मांग कर शव ले जाने के लिए पैसे जुटाए। बेटी की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है। रमेश की पत्‍नी अंधी है। तीन बेटियों में अंजलि ही सबसे बड़ी थी। वहीं, अंधी मां और दोनों बहनों की देखभाल करती थी। न ही कोई जमीन का है। न ही उसका राशन कार्ड बना है। उपर से सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिलती है। बेटी की मौत के बाद वह पूरी तरह टूट चुका है। गरीबी की वजह से अस्‍पताल में उसका कोई सुनने वाला नहीं था। बेटी की मौत के बाद एंबुलेंस तक नहीं दिया गया। किसी तरह भीख के पैसे से उसके शव को अस्‍पताल से घर लाया।

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