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किसान, मजदूर एवं ड्राइवर के बेटे, एएमयू के टॉपरों में

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के बीटेक प्रवेश परीक्षा के पांच टॉपरों में किसान, मजदूर एवं टैक्सी ड्राइवर के बेटे शामिल हैं। रिजल्ट घोषित होने के बाद यह बात साबित हो गया कि इरादा बुलंद हो तो कुछ भी असंभव नहीं। टॉपर बच्चे इंजीनियरिंग का सपना देखने वाले छात्रों के लिए रोल मॉडल की तरह हैं।
एएमयू बीटेक प्रवेश परीक्षा (2016-17) का परिणाम घोषित किया गया। इसमें अलीगढ़ स्वर्ण जयंती नगर के कावेरी इन्क्लेव निवासी जतिन वार्ष्णेय ने टॉप रैंक हासिल किया है। उनके पिता प्रॉपर्टी कारोबारी हैं। दूसरे स्थान पर टप्पल के किसान के बेटे गजराज शर्मा रहे।
खास बात यह है कि सेकेंड टॉपर के छोटे भाई भुवनेश शर्मा का चयन भी 150 वें रैंक पर हुआ है। तीसरे स्थान पर चंदौली के मजदूर के बेटे मो. सुलेमान, चौथे स्थान पर बिहार के गया जिले के टैक्सी ड्राइवर के पुत्र अर्सी आलम एवं पांचवें स्थान पर बरेली के छोटे कारोबारी के पुत्र मो. अरीब हैं।
एएमयू कंट्रोलर द्वारा घोषित परिणाम में चयनित छात्रों की संख्या 292 हैं। इसके साथ ही चांस मेमो की लिस्ट भी जारी की गई है। चयनित छात्रों को रिपोर्टिंग एवं एडमिशन के लिए 25 से 27 जून 2016 तक का समय दिया गया है। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद शहर के कोचिंग संस्थानों में जश्न का माहौल है। शहर के तीन प्रमुख कोचिंग संस्थानों ने करीब 250 से अधिक छात्र-छात्राओं के चयन का दावा किया है। सेकेंड टॉपर गजराज शर्मा सरवर क्लासेज सेे बताए गए हैं।
कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहते हैं एएमयू टॉपर जतिन

एएमयू बीटेक प्रवेश परीक्षा के टॉपर जतिन वार्ष्णेय आईआईटी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। मूलरूप से अतरौली निवासी विनीत कुमार वार्ष्णेय एवं पूर्वा वार्ष्णेय के पुत्र जतिन कोटा में रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे हैं। 10 वीं ऑवर लेडी ऑफ फातिमा से की है और 12 वीं कोटा से। स्वर्ण जयंती स्थित कावेरी इन्क्लेव में जतिन के पापा रहते हैं। वे विल्डर हैं। एएमयू बीटेक में टॉप करने की खबर के बाद घर में खुशी का माहौल है।

सरवर क्लासेज के गजराज शर्मा एएमयू सेकेंड टॉपर हैं

वे मूलरूप से टप्पल के गांव रतनगढ़ी के है। उनके पिता डालचंद्र शर्मा किसान और माता संतोष देवी गृहणी हैं। गजराज के छोटे भाई भुवनेश शर्मा इस परीक्षा में 150 वें रैंक पर हैं। गजराज एवं भुवनेश कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहते हैं। दोनों भाईयों का लक्ष्य आईआईटी से पढ़ाई करना है। फिलहाल दोनों एडवांस की तैयारी कर रहे हैं। छोटे भाई भुवनेश का कहना है कि बड़ा भाई गजराज उसका आदर्श है । आज जो कुछ भी है, उसी की बदौलत है।
चंदौली के मजदूर का बेटा सुलेमान है थर्ड टॉपर
चंदौली के चकिया पुरानी गांव के मो. सुलेमान एएमयू बीटेक के थर्ड टॉपर हैं। उनके पिता मो. अखलाक खान मजदूरी करते हैं। बनारस के तरुण नारायण कॉलेज से 12 वीं किया है। मेन में 227 नंबर हासिल करने वाले सुलेमान आईआईटी एडवांस की तैयारी कर रहे हैं। उनकी इच्छा आईआईटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना है। 5 भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर सुलेमान हैं। उनके भाई गाड़ी चलाते हैं। दूसरे भाई पालीटेक्निक कर चुके हैं।
टैक्सी चालक के बेटे अर्सी बने फोर्थ टॉपर
इरादा बुलंद हो तो कुछ भी असंभव नहीं। इसका उदाहरण है बिहार के गया के बंडी गांव निवासी अर्सी आलम। इनके पिता मो. गुलाम सरवर कोलकाता की सड़कों पर टैक्सी चलाकर परिवार की परवरिश करते हैं। अर्सी एएमयू के फोर्थ टॉपर हैं। गया के मां बागेश्वरी देवी इंटर कॉलेज से 12 वीं करने वाले अर्सी आईएएस बनना चाहते हैं। उनकी इच्छा एएमयू से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी करना है।
बरेली के अरीब की नजर आईआईटी पर
एएमयू बीटेक के टॉप फाइव में शामिल बरेली के मो. अरीब की नजर आईआईटी पर है। मेन में 253 अंक हासिल करने वाले अरीब एडवांस की तैयारी में जुटे हैं। इनके पिता इमाद अख्तर व्यवसायी हैं। बरेली में उनकी घी-तेल की दुकान है। इनकी इच्छा मैकेनिकल इंजीनियर बनने की है। अरीब कहते हैैं कि अभी वे एडवांस की तैयारी कर रहे हैं।

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