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मेक इन इंडिया: बनाया दुनिया का सबसे बड़ा लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर

नई दिल्ली: पीएम मोदी के मेक इन इंडिया अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है। हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा भारतीय वायुसेना और सेना के लिए बनाया गया लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर हर परीक्षा में खरा उतरा है। ख़ास बात तो यह है कि, इस लड़ाकू हेलीकॉप्टर का निर्माण भारत में ही हुआ है। मतलब यह पूर्णतः स्वदेशी तकनीक और पीएम मोदी के मेक इन इंडिया अभियान की सफलता का ही उद्धरण है।

यह दुनिया का सबसे बड़ा लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर है। यह पहला लड़ाकू लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर है जिसने समुद्र तल से 16 हजार फीट की ऊंचाई पर लैंड किया है। अभी तक कोई भी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर ने यह उपलब्धि हासिल नहीं की है। मल्टी रोल कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) का परिक्षण जोधपुर में करीब एक सप्ताह तक किया गया। हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड ने इस हेलीकॉप्टर का जोधपुर में सख्त गर्मी के 40 से 42 डिग्री तापमान में इसका सफल परिक्षण किया। इस हेलीकॉप्टर ने बेंगलूरु से जोधपुर तक की उड़ान भरी। इस दौरान भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना के पायलट और बड़े अधिकारी भी मौजूद थे। रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष ओझा ने इसकी सफलता का प्रमाण दिया है। बताया जा रहा है कि, यह हेलीकॉप्टर 19,700 से 21,300 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है। इसलिए यह अधिक ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्र के लिए सबसे बेस्ट लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर है। इस लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का सफल परिक्षण लेह के सर्दियों के मौसम में भी किया गया। इसकी सफलता मिलने के बाद इस साल के आखिर तक लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का क्रमवाचक तरीके से निर्माण शुरू कर देगी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर 3 से 5.8 टन से ज्यादा वजनी है। इस लड़ाकू हेलीकॉप्टर में दो शक्ति पावरफुल इंजन लगे हुये है। इसके साथ ही इसमें अत्याधुनिक तकनीक यूज़ की गई है। जो इसे बहुत फुर्तीला और पावरफुल बनाती है। और साथ ही इसका डिजाईन इतना शानदार और अलग बनाया गया है कि, देखने में ही घातक लगे। इसकी खासियत यह है कि, दिन में तो अच्छे निशाने लगा सकता है ही, लेकिन रात में कम रोशनी में भी दुश्मनों के छक्के छुड़ा सकता है। इस लड़ाकू हेलीकॉप्टर में रडार व लेज़र मिसाइल वार्निंग जैसे सिस्टम की नई तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है। हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) आने वाले समय में 179 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर बनाएगा। जिसमे 65 लड़ाकू हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना को और बाकि 114 हेलीकॉप्टर भारतीय सेना को दिए जायेंगे। लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (टीडी-4) करीब 126 करोड़ की लागत से बनाया जायेगा। यह हेलीकॉप्टर 330 किलोमीटर / घंटे की रफ़्तार से उड़ सकता है।

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