हम आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की सिफारिशों को केंद्रीय कैबिनेट से मिली मंजूरी के बाद 94 साल पुराने लक्ष्मी विलास बैंक आज से बंद हो गया है। आज से इस बैंक को डीबीएस बैंक के साथ मर्ज कर दिया गया है।
आज से लक्ष्मी विलास बैंक के खाताधारकों का खाता अब डीबीएस बैंक में ट्रांसफर हो गया है। बैंक के विलय के बाद बैंक के खाताधारकों के मन में कई आशंकाएं हैं। उन्हें अपनी जमापूंजी की चिंता सता रही है। अगर आपका बैंक खाता भी लक्ष्मी विलास बैंक में हैं तो जानिए बैंक के विलय से क्या होगा खाताधारकों पर असर…
आज से बंद हुआ ये बैंक
लंबे वक्त ने भारी एनपीए के बोझ झेल रहे लक्ष्मी विलास बैंक का विलय कर दिया गया है। आज से लक्ष्मी विलास बैंक (Lakshmi Vilas Bank) का विलय डीबीएस बैंक में हो गया है।
आज से लक्ष्मी विलास बैंक डीबीएस बैंक के तौर पर काम करेगा। लक्ष्मी विलास बैंक के ग्राहक आज से डीबीएस बैंक के ग्राहक होंगे। 94 साल पुराने लक्ष्मी विलास बैंक का नाम आज खत्म हो जाएगा। सरकार ने इस बैंक के सिंगापुर के सबसे बड़े DBS बैंक के साथ विलय को मंजूरी दे दी।
20 लाख ग्राहकों पर असर
आपको बता दें कि फाइनल स्कीम के तहत लक्ष्मी विलास बैंक का अस्तित्व 27 नंवबर यानी शुक्रवार से खत्म हो जाएगा। सेयर बाजार से भी आज शेयर एक्सचेंज से डीलिस्ट कर दिया गया।
इस मर्जर का असर 20 लाख खाताधारकों पर होगा। आज से लक्ष्मी विलास बैंक का नाम डीबीएस बैंक के साथ मर्जर हो गया, हालांकि बैंक के ग्राहकों और कर्मचारियों पर इसका कोई नुकसान नहीं होगा।
पेपर वर्क को लेकर थोड़ा काम बढ़ सकता है, लेकिन खाते में जमा पैसे, ब्याज, लोन की दर आदि को लेकर कोई असर नहीं होगा। इसे लेकर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आज से लक्ष्मी विलास बैंक के ग्राहक अपने खातों को डीबीएस बैंक इंडिया के ग्राहकों के तौर पर ऑपरेट कर सकेंगे।
पूरी तरह सुरक्षित है आपका पैसा
लक्ष्मी विलास बैंक के डीबीएस बैंकत में विलय से बैंक के खाताधारकों की जमापूंजी पर या उनकी ब्याज पर या फिर लोन पर कोई असर नहीं पड़ेगाय़ बैंक ने अपने ग्राहकों को भरोसा दिया था कि मौजूदा संकट का उनकी जमाकर्ताओं के पैसों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बैंक ने अपने ग्राहकों को आश्वासन दिलाया है कि 262 फीसदी के तरलता सुरक्षा अनुपात (LCR) के साथ बैंक के जमाकर्ता, बॉन्डधारक, खाताधारक और लेनदारों की संपत्ति पूरी तरह सुरक्षित है।
अगर कोई खाताधारक बैंक से अपना निकालना चाहता है तो उसे कोई नहीं रोकेगा। वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने कहा कि बैंक के 4000 कर्मचारियों को अपनी नौकरी को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उनकी नौकरी पूरी तरह सुरक्षित है।