जैसा कि आप सब जानते हैं कि किसानों को देश का अन्नदाता कहा जाता है. लेकिन मोदी सरकार किसानों के साथ बहुत ही बुरा व्यवहार कर रही है.
किसान विरोधी है मोदी सरकार
बहरहाल, अब अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आई ‘किसान क्रांति यात्रा’ को राजधानी दिल्ली की सीमा पर रोक दिया गया. बड़ी बात रह रही कि अपने हक की मांग कर रहे किसानों पर सरकार ने आंसू गैस कके गोले डगवाए है वाटर कैनन से भी उन्हें आवाज़ को दबाने की कोशिश की गई. तितर बितर करने की कोशिश में कई किसानों को गंभीर चोटें भी आई हैं.
दिल्ली सीमा पर पहुंची ‘किसान क्रांति यात्रा’
हालाँकि फिलहाल किसान समझौता करने के मूंड में नहीं दिख रहे हैं. हालाँकि मोदी सरकार ने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है लेकिन किसानों ने इसे खारिज कर दिया. फिलहाल सरकार की इस शर्मनाक हरकत को कड़ा विरोध हर वर्ग के लोग कर रहे हैं.
मोदी के खिलाफ जनता का फूटा गुस्सा
किसानों के साथ किए जा रहे इस सरकार दमन को देखकर लोगों का गुस्सा फूंट पड़ा है और सोशल मीडिया पर यूजर्स मोदी का इस्तीफा मांग रहे हैं.जनता का कहना है कि मोदी खुद को देश का चौकीदार और किसानों का हमदर्द बताते हैं, लेकिन दूसरी तरफ देश के अन्नदाताओं का पुलिसिया दमन किया जा रहा है.
मोदी दे सकते हैं इस्तीफा
ऐसे में जिस तरह से जनता ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उससे माना जा रहा है कि आने वाले एक-दो दिन में प्रधानमंत्री मोदी अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं.