नई दिल्ली। एक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 दिन पहले कहा था कि अगर काले धन के खिलाफ भी एक सर्जिकल स्ट्राइक हो जाए तो किसी को उनकी मंशा का पता नहीं चल पाया था। प्रधानमंत्री ने आज रात आठ बजे 500 और 1000 रुपये के नोटों को खत्म करने का एलान किया, तब उनकी बात की गहराई का पता चला। यह चीज़ 8 नवम्बर की आधी रात से लागू हो जायेगी।
काले धन और भ्रष्टाचार को प्रमुख चुनावी मुद्दा बना कर सत्ता में आई राजग सरकार की तरफ उठाए गए इस कदम को आजादी के बाद देश में भ्रष्टाचार व काले धन के खात्मे के लिए उठाया गया सबसे अहम कदम बताया जा रहा है। मोदी ने इस बारे में घोषणा करते हुए कहा कि अब पांच सौ और एक हजार रुपये के नोट सिर्फ कागज के टुकड़े हैं। अब देश में सिर्फ 100 रुपये, 50 रुपये, 20 रुपये, 10 रुपये, पांच रुपये, दो रुपये के नोटों के अलावा इनसे कम कीमत वाले सिक्के प्रचलन में रहेंगे।
जल्द ही बाजार में अाएंगे नए नोट
वैसे, सरकार नए 500 और 2000 रुपये के नोट बाजार में उतारने की तैयारी कर चुकी है। नई व्यवस्था के तहत तैयारियों के लिए बैंकों को बुधवार (09 नवंबर) को बंद करने का फैसला किया गया है, जबकि बुधवार और गुरुवार (9-10 नवंबर को देश के एटीएम भी बंद रहेंगे। इसके बाद एटीएम तो खुलेंगे, लेकिन जनता को सिर्फ चार हजार रुपये तक ही निकालने की छूट होगी।
10 नवंबर से 30 दिसंबर तक जमा कर सकते हैं पुराना नोट
मोदी ने इस कदम से आम जनता को होने वाली समस्या और अफरातफरी से बचने के लिए कई कदमों का एलान किया। सबसे पहले तो जिन लोगों के पास अभी 500 और एक हजार रुपये के नोट हैं, उन्हें इसे बदलने का मौका दिया गया है।10 नवंबर से 30 दिसंबर तक इन पुराने नोटों को बैंकों या डाकघरों में जमा कराने का मौका मिलेगा। ये नोट ग्राहक अपने खाते में जमा करा सकते हैं।
प्रतिदिन एटीएम से निकाल सकते हो इतना रुपया
शुरुआत में ग्राहकों को एटीएम से रोजाना सिर्फ दो हजार रुपये निकालने की छूट होगी। कुछ दिनों बाद इसे बढ़ाकर चार हजार रुपये किया जाएगा। बाद में इस सीमा को और बढ़ाया जा सकता है। यही नहीं, बैंक खाते से भी ग्राहकों को एक दिन में 10 हजार रुपये और 20 हजार रुपये प्रति सप्ताह निकालने की ही छूट होगी। इस सीमा को भी बाद में संशोधित किया जाएगा।
पीएम मोदी ने 40 मिनट तक राष्ट्र के नाम संबोधन किया
प्रधानमंत्री ने 40 मिनट के राष्ट्र के नाम संबोधन में इस कदम को देश में काले धन के खात्मे के साथ ही भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए भी बेहद जरूरी बताया। उन्होंने देश की जनता से आह्वान किया कि यह राष्ट्र निर्माण का मौका है। हम सभी को इसमें हिस्सा लेना चाहिए। बड़े नोटों के होने का फायदा आतंकी समूह भी उठा रहे थे। देश के दुश्मन भी नकली नोट छापकर भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। जनता के साथ ही पीएम ने देश के सभी राजनीतिक दलों, समाजिक संगठनों व मीडिया से इस कदम को सफल बनाने में मदद की अपील की।
सभी अवश्यक सेवाअों के लिए पुराने नोट स्वीकार्य होंगे
सरकारी अस्पतालों में भुगतान के लिए, दवा खरीदने के लिए अभी पुराने नोट स्वीकार्य होंगे। हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशन पर भी इसे स्वीकार किया जाएगा। सरकार के इस कदम को सफल बनाने के लिए वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक में कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।