योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में अवैध बूचड़खानों और अवैध गोश्त की दुकानों को बंद कराने की भरपूर कोशिश कर रखी है. इसी का विरोध करते हुए कई सारे गोश्त व्यापारी और कसाई लखनऊ में हड़ताल पर चले गए और तकरीबन 5,000 चिकन और मटन की दुकाने बंद हो गई हैं.
लखनऊ के कई मशहूर नॉनवेज रेस्तरां के मालिकों ने एकजुटता दिखाते हुए अपनी दुकानें बंद रखीं। सरकार की ओर से कहा गया है कि ये दुकाने बिना लाइसेंस के चल रही थीं। मीट मुर्गा व्यापार कल्याण समिति ने रविवार से पूरे राज्य में हड़ताल का ऐलान किया है।
लखनऊ मुर्गा मंडी समिति के सदस्य रिजवान सिद्दीकी ने बताया कि शनिवार से सभी व्यापारी हड़ताल पर हैं। हालांकि शुक्रवार से ही मांस की लगभग 80 फीसदी दुकाने बंद थी। वहीं सूबे में मांस की ब्रिकी बंद होने से सब्जियों के दाम में तगड़ा उछाल आया है।
व्यापारियों का कहना है कि हड़ताल सरकार की कार्रवाई के विरोध में हैं क्योंकि अवैध बूचड़खानों को बंद करने की बात कहकर छोटे दुकानदारों के रोजगार को चोट पहुंचाई जा रही है। नोएडा और गाजियाबाद में भी सड़कों के किनारे लगी चिकन और मटन की दुकानें रातोंरात गायब हो गई हैं।
हालांकि लाइसेंस वाले कई दुकानदार इस हड़ताल में शामिल नहीं हैं लेकिन बाजार में मीट के बिजनस को लेकर चिंता का माहौल है। आगरा में मटन की सप्लाई बहुत कम रही लेकिन चिकन उपलब्ध था।