मनी लॉन्डरिंग और भ्रष्टाचार के आरोप में हमारे देश में आज तक किसी को मौत की सजा तो दूर, कैद या जुर्माने की सजा ही मिल जाए तो बहुत समझा जाता है। एक जैसा कानून दुनिया के सभी देशों में नहीं होता है। बबाक मुर्तजा जंजानी जो कि ईरान के सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं उनको मनी लॉन्डरिंग और करप्शन के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है।
तक़रीबन 13.5 अरब डॉलर (लगभग 918 अरब रुपए) की संपत्ति के मालिक जंजानी को 2013 में गिरफ्तार किया गया था और तभी से उन पर कानूनी कार्रवाई चल रही है. निचली अदालत ने उन्हें मौत की सजा सुनाई थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के चलते उनके बचने की उम्मीदें अब ख़त्म हो चुकी हैं।
जानकारी के अनुसार 41 वर्षीय बबाक मुर्तजा जंजानी ईरान के सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद के कार्यकाल में उन्होंने तेल बिक्री के एवज में अवैध रूप से विदेशों से अरबों रुपए अपने खातों में हासिल कर लिए थे. उस दौरान पश्चिमी देशों ने ईरान पर प्रतिबंध लगा रखे थे, जिसके चलते ईरान के बैंकों में विदेशी करंसी का ट्रांसफर संभव नहीं था।
फिर 2013 में जैसे ही नए राष्ट्रपति हसन रोहानी ने सत्ता संभाली, जंजानी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और तीन साल तक मुकदमा चलने के बाद 2016 में लोअर कोर्ट ने उन्हें दोषी मानते हुए मौत की सजा सुना दी।