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जानिये उत्तर प्रदेश की उन आठ सीटों के रिजल्ट के बारे में जहाँ लोगों ने बीजेपी के 9 नेताओं को मारकर भगाया


जैसा कि आप सब जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में हुए मतदान के नतीजें आ चुके हैं। हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने एक बार फिर से प्रचंड बहुमत हासिल करके सत्ता हासिल कर ली है। पार्टी एक बार फिर से सूबे में भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. आपको बता दें लगभग तीन दशक यानी 30 सालों में पहली बार यूपी में कोई पार्टी लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव जीतने में कामयाब रही है।

यूपी चुनावी लिहाज से बहुत ही अहम राज्य है,यहां अब सीएम योगी आदित्यनाथ ही दोबारा मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के पास अब ये अहम सवाल है कि अब उनका उपमुख्यमंत्री कौन होगा। आपको बता दें पहले कार्यकाल में उनके डिप्टी रहे केशव प्रसाद मौर्या अपनी सीट सिराथू से हार गए हैं।

आपको बता दें उत्तर प्रदेश ने जब पार्टी के नेता अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रचार कर रहे थे उस वक्त उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा था। हलाकि कई ऐसे नेता थे जिन्हें गांव में घुसने ही नहीं दिया गया था। तो आइए उन 8 सीटों के रिजल्ट आपको बताते हैं जहां से BJP के 9 नेताओं को 10 दिन के अंदर गावं वालों ने भगाया था।

1. केशव प्रसाद मौर्य की सिराथू विधानसभा सीट

उत्तर प्रदेस के डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य सिराथू सीट से हार गए हैं। उन्हें सपा गठबंधन की पल्लवी पटेल ने हरा दिया। पल्लवी को 1,06,278 वोट और केशव प्रसाद को 98,941 वोट मिले। यहां बसपा के मुंसाब अली को 10,073 वोट मिले हैं।

आपको बता दें केशव प्रसाद मौर्य 22 जनवरी को जब सिराथू के गुलामीपुर में प्रचार करने पहुंचे तो हजारों महिलाओं ने घेरकर नारेबाजी शुरू कर दी। और केशव प्रसाद मौर्य को वहां से जाना पड़ा था।

2. जालौन की उरई विधानसभा सीट

बीजेपी प्रत्याशी गौरी शंकर ने सपा प्रत्याशी दयाशंकर वर्मा को 37,648 वोटों से हरा दिया। गौरीशंकर को 1,28,644 वोट मिले थे। 29 जनवरी को बीजेपी विधायक गौरी शंकर वर्मा अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करने पहुंचे तो लोगों ने उनके ही सामने नारेबाजी शुरू कर दी। और कहा, पांच साल में न गांव की सड़क बनी और न ही नल मिला। लेकिन विधायक जी ने सफाई देते हुए कहा की हमारा विरोध 2 शराबी कर रहे थे बाकी सब हमारे साथ हैं।

3. बुलंदशहर की स्याना सीट

स्याना सीट पर बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र सिंह लोधी ने रालोद के दिलनवाज खान को 89,657 वोटों से हरा दिया है। उन्हें 1,49,125 वोट मिले। जबकि दिलनवाज खान को 59,468 वोट मिले। 25 जनवरी को जब विधायक देवेंद्र सिंह लोधी प्रचार करने पहुंचे तो लोग उनकी हूटिंग करने लगे। भारी विरोध देखते हुए विधायक जी ने लोगों के सामने हाथ जोड़ा और वहां से निकल आए।

4. मुजफ्फरनगर की खतौली सीट

बीजेपी प्रत्याशी विक्रम सिंह सैनी ने 16,345 वोटों से चुनाव जीत लिया है। विधायक विक्रम सैनी जब 20 जनवरी को मनव्वरपुर गांव में प्रचार करने पहुंचे तो लोग मु’र्दाबाद के नारे लगाने लगे। सैनी लोगों को समझाया लेकिन लोग नहीं माने। वही 29 जनवरी को उन्हें चांद समंद गांव में घेर लिया गया। उनकी गाड़ी का एक शीशा तोड़ दिया गया।

5. मेरठ की सिवालखास सीट

सिवालखास सीट पर रालोद के गुलाम मोहम्मद ने BJP के मनिंदर पाल को 9,182 वोटों से हरा दिया है। बीजेपी विधायक मनिंदर पाल जब 21 जनवरी को पथौनी गांव में प्रचार करने पहुंचे तो लोग जयंत चौधरी जिंदाबाद का नारा लगाने लगे। वही मनिंदर पाल के समर्थक और जयंत के समर्थकों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई थी।

6. संभल की असमोली सीट

सपा की पिंकी सिंह ने बीजेपी के हरेंद्र कुमार को 25,206 वोटों से हरा दिया। BJP प्रत्याशी हरेंद्र सिंह रिंकू प्रचार करने के लिए 21 जनवरी को शकरपुर गांव पहुंचे थे। तो गांव वालों ने वापस जाओ का नारा लगाते हुए गांव से खदेड़ दिया।

7. फिरोजाबाद की जसराना सीट

जसराना सीट से सपा प्रत्याशी सचिन यादव ने भाजपा प्रत्याशी मानवेंद्र सिंह को मात्र 836 वोट से हरा दिया है। मानवेंद्र सिंह की पत्नी ज्योति किरण राजपूत क्षेत्र में प्रचार करने पहुंचीं तो भारी विरोध होने लगा। उनके सामने अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगे।

8. फिरोजाबाद की टूंडला सीट

बीजेपी प्रत्याशी प्रेम पाल सिंह धनगर ने सपा के राकेश बाबू को 47,691 वोट से हरा दिया है। बीजेपी प्रत्याशी प्रेमपाल धनगर के खिलाफ उनकी ही पार्टी ने नेताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। लोगों ने कहा, बाहरी प्रत्याशी नहीं चाहिए, प्रेमपाल अपने कार्यकर्ताओं को नहीं पहचानते थे।

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