आप यहाँ पर हैं
होम > इंडिया (India) > 2019 लोकसभा चुनाव से पहले शिवसेना ने बीजेपी को दिया अब ता का सबसे तगड़ा झटका, इस जगह शिवसेना अकेले लड़ सकती है लोकसभा चुनाव

2019 लोकसभा चुनाव से पहले शिवसेना ने बीजेपी को दिया अब ता का सबसे तगड़ा झटका, इस जगह शिवसेना अकेले लड़ सकती है लोकसभा चुनाव


आपको यह जानकर बेहद ख़ुशी होगी कि महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन को बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है. हम आपको बता दें कि राज्य में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने लोकसभा चुनाव अकेले लड़ सकती है.

shiv sena will contest 2019 lok sabha elections alone बीजेपी

बीजेपी लगातार कोशिश में है कि शिवसेना की नाराजगी को दूर करे ताकि इसी साल होने वाले लोकसभा चुनाव में उसे महाराष्ट्र में सीटों का नुकसान न हो. महाराष्ट्र में शिवसेना के कोटे से मंत्री रामदास कदम ने कहा है, ”शिवसेना लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ने वाली है. इस बात का फैसला पहले ही ले लिया गया था.”

महाराष्ट्र में अक्टूबर 2019 में विधानसभा चुनाव भी

Image result for shiv sena will contest 2019 lok sabha elections alone

शिवसेना ने अपने तेवर नरम नहीं किए हैं. आज शिवसेना के नेताओं की बैठक में अकेले चुनाव लड़ने की बात दोहराई गई. वहीं बीजेपी कह रही है कि वो अकेले चुनाव लड़ने के लिए तैयार है. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में अक्टूबर 2019 में विधानसभा चुनाव भी होने हैं.

तीन राज्यों में हार के बाद हालात ऐसे हैं कि बीजेपी जरूर चाहेगी कि महाराष्ट्र में शिवसेना से उसका गठबंधन हो, जबकि शिवसेना अकेले चुनाव लड़ने की बात कहकर बीजेपी पर दबाव बढ़ा रही है. ऐसे में देखऩा होगा कि क्या शिवसेना किसी फॉर्मूले पर मानती है या वाकई अकेले लड़कर चुनाव मैदान में अपनी ताकत आजमाएगी.

अमित शाह ने भी दिए थे अकेले चुनाव लड़ने के संकेत

कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के सांसदों की बैठक में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी अकेले चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे. अमित शाह ने सांसदों की बैठक में कहा था, “महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ अलायंस को लेकर हम सकारात्मक हैं, लेकिन कुछ खोकर हम अलायंस नहीं करेगे.”

पिछले आम चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को मिली थी 39 सीटें

देश में उत्तरप्रदेश के बाद सबसे बडा लोकसभा सीट वाला राज्य महाराष्ट्र है. साल 2014 के चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 48 में से 39 सीटें मिली थी, लेकिन 2014 के बाद दोनों पार्टियों के रिश्तों में दरार आई. दोनों ने विधानसभा चुनाव अलग लड़ा जिसमें बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. चुनाव बाद समझौते के तहत सरकार जरूर बनी लेकिन शिवसेना हमले का कोई मौका नहीं छोड़ती.

Leave a Reply

Top