अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अटॉर्नी जनरल सैली येट्स को निकाल दिया है. डोनाल्ड ट्रंप ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि सैली ने ट्रंप के फैसले पर सवाल उठाये थे. डोनाल्ड ट्रंप ने यह फैसला लिया है कि 7 मुस्लिम देशों के नागरिकों को अमेरिका का वीजा नहीं मिलेगा. सैली ने यह भी कहा था कि वह जस्टिस डिपार्टमेंट के नए ट्रेवल प्रतिबंधों का साथ नहीं चाहती हैं.
अंग्रेजी वेबसाइट वॉशिंगटन पोस्ट में छपी खबर के मुताबिक व्हाइट हाउस कि तरफ से बयान है कि अटॉर्नी ने अमेरिका के नागरिकों की रक्षा के लिए बनाए गए एक कानूनी आदेश को लागू करने से इनकार करके न्याय विभाग को धोखा दिया है. अब ट्रंप ने येट्स की जगह डाना बोएंते को नया अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया है. वो अब तक वर्जीनिया प्रांत के अटॉर्नी जनरल थे.
बोएंते ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि वो वह आव्रजन के आदेश को लागू करने के लिए सहमत हैं. बता दें कि ट्रंप ने येट्स को बुलाकर बर्खास्त नहीं किया बल्कि उन्हें सिर्फ एक लेटर थमा दिया गया. येट्स का अप्वाइंटमेंट बराक ओबामा ने किया था.
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई आव्रजन नीतियों (इमिग्रेशन पॉलिसी) की चौतरफा हो रही आलोचनाओं के बीच व्हाइट हाउस ने बयान जारी किया था. इसमें यूरोप में बढ़ रहे आतंकवादी हमलों की ओर इशारा करते हुए कहा था कि मुस्लिम बहुल सात देशों के नागरिकों के यहां आने पर बैन का मकसद उन हालात से बचना है जो आज फ्रांस, जर्मनी या बेल्जियम के कुछ भागों में हैं.
ट्रंप ने ईरान, इराक, लीबिया, सूडान, यमन, सीरिया और सोमालिया के नागरिकों के अमेरिका में एंट्री पर बैन वाले शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं जिसकी देश में ही नहीं आतंकवादी हमलों का सामना कर चुके जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों ने भी आलोचना की है.