एनडीटीवी चैनल के बिकने की खबरें हर तरफ फैल गई है. एनडीटीवी ने बीएसई को जवाब देते हुए इन ख़बरों को ग़लत बताया है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को एनडीटीवी ने बताया है कि कंपनी के प्रोमोटर्स ने कंपनी में हिस्सेदारी बेचने जैसा कोई समझौता नहीं किया है. यह जवाब कंपनी से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण के बाद दिया गया.
इसके पहले खबर आ रही थी कि एनडीटीवी को नया प्रमोटर मिलने वाला है. एनडीटीवी की कमान स्पाइस जेट के मालिक अजय सिंह के हाथ में देने की बात की जा रही थी. अजय सिंह बीजेपी के 2014 कैंपेन टीम के हिस्सा थे. बताया जा रहा था कि अब उनके हाथ में एनडीटीवी के सबसे ज्यादा शेयर होंगे.
इंडियन एक्सप्रेस ने इस खबर को अपने सूत्रों के हिसाब से पुष्टि की थी. बताया गया था कि एनडीटीवी के सबसे ज्यादा शेयर अब अजय सिंह के हाथ में होंगे. सूत्रों के हवाले से स्पाइस जेट ने भी इस बात को सच माना था कि एनडीटीवी के साथ स्पाइस जेट की डील हो चुकी है. स्पाइस जेट के सूत्रों ने कहा था कि ‘हां, डील फाइनल हो चुकी है. अब अजय सिंह ग्रुप के एडिटोरियल अधिकार का भी हिस्सा होंगे.’
सूत्रों के ही मुताबिक स्पाइसजेट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अजय सिंह के पास एनडीटीवी के करीब 40 प्रतिशत शेयर होने की बात की जा रही थी. जबकि प्रणय रॉय और राधिका रॉय के पास करीब 20 प्रतिशत शेयर होंगे. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के जून 2017 तक के आंकड़ों के अनुसार एनडीटीवी में प्रमोटरों के पास 61.45 प्रतिशत हिस्सेदारी है. वहीं 38.55 प्रतिशत हिस्सेदारी सार्वजनिक शेयरधारकों के पास है.
हालांकि इंडियन एक्सप्रेस की इस खबर की पुष्टि किए जाने के बाद द हिंदू ने इसका खंडन भी कर दिया था. द हिंदू अखबार के मुताबिक एनडीटीवी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि इस तरह की रिपोर्ट्स का एक शब्द भी सही नहीं है.
5 जून को सीबीआई ने एनडीटीवी के मुख्य प्रमोटर प्रणय रॉय के घर छापेमारी की थी. इस रेड को ‘प्रेस की आजादी पर अटैक बताया गया था.’